तन्हाई के पलों में, मैं अपने आप से बातें करता हूँ, रचनाएँ खोजने के लिए नीचे दी गई बॉक्स में हिन्दी में लिखें और "खोजें" बटन पर क्लिक करें हजारों लोग हैं मगर कोई उस जैसा नहीं है। राहत इंदौरी की दर्द भरी शायरियाँ कुछ इस प्रकार हैं – कभी https://youtu.be/Lug0ffByUck